Friday, April 22, 2016

तुम्हारे जन्मदिन पर

उफ़्फ़ 
फिर भूल गया 
इस बार भी 
तुम्हे 
विश करना 
तुम्हारे जन्मदिन पर 

चलो 
मान लेता हूँ 
याद तो था 
पर नहीं ही दे पाया 
बधाई 
पिछले साल की तरह 

पिछले 
साल दर साल 
यही तो मान लिए था 
हर बार 
की भूल गया था 

पर 
में चाहता हूँ 
याद रखना 
रखता भी हूँ 
फिर भी 
बधाई  सन्देश 
रह   जाता हैं 
मेरे ही पास 
साल दर साल 

वजह भी तो हैं 
और वाजिब भी 
आखिर मेरा जन्मदिन 
तुम्हारे जन्मदिन से  
पहले जो आता रहा  हैं 
साल दर  साल 

तो क्या !!  
भूल जाने का हुनर 
सिर्फ मुझे ही आता हैं ??

No comments:

Post a Comment